विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर जिलाधिकारी ने फार्मासिस्टों के चिकित्सकीय और मानवीय सेवा भाव पर दिया बल
भदोही (संजय सिंह). अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में ‘विश्व फार्मासिस्ट दिवस’ का आयोजन किया गया। निजी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में नशे के विरुद्ध जन जागरुकत्ता का संदेश दिया गया, साथ ही नशे के विरुद्ध दवाइयों पर रोक लगाने के संबंध में चर्चा की गई।
विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी विशाल सिंह ने फार्मासिस्टों के चिकित्सकीय और सेवा भावना पर बल दिया। फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा,फार्मासिस्ट न केवल दवाओं की आपूर्ति में मदद करते हैं, बल्कि मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और समर्थन भी प्रदान करते हैं।
कहा, फार्मासिस्ट समाज में एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जो स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने फार्मासिस्टों से आग्रह किया कि वे अपनी सेवाओं को और भी व्यापक और गुणवत्तापूर्ण बनाएं, ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके।
जिलाधिकारी ने ऐसे स्वस्थ समाज के निर्माण में योगदान देने के लिए कहा, जो नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी से मुक्त हो, क्योंकि नशीली दवाओं का दुरुपयोग और तस्करी समाज के लिए एक बड़ा खतरा है।
विश्वभर में, लगभग 30 करोड़ लोग नशीली दवाओं का सेवन करते हैं, और इसकी अवैध तस्करी में वृद्धि हुई है। यह समस्या न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि समाज की सुरक्षा और आर्थिक विकास को भी प्रभावित करती है।
जिलाधिकारी के अनुसार, समाज के निर्माण में योगदान करने के लिए हमें नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। हमें अपने समुदायों में जागरूकता फैलाना, समर्थन प्रदान करना, और नशीली दवाओं के सेवन को रोकने के लिए काम करना चाहिए।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष दीनानाथ मौर्य, महामंत्री चंदन यादव, विपिन शर्मा, राजेश विश्वकर्मा, वीरेंद्र मौर्य, सूर्यभान पटेल, अखिलेश कुमार विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।