भदोही (संजय सिंह). घरेलू नौकरानी को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के मामले में बेटे जईम उर्फ सैमी की गिरफ्तारी के बाद सपा विधायक जाहिद जमाल बेग ने अदालत में सरेंडर कर दिया। सपा विधायक, उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ धारा 108 व 143(3), 143(5), 79 किशोर न्याय अधिनियम व 4/16 बंधित श्रम पद्धति उन्मूलन अधिनियम के दो मामले दर्ज हैं।
भदोही से सपा विधायक जाहिद जमाल बेग के बेटे जईम उर्फ सैमी को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। केस दर्ज होने के बाद से सपा विधायक सपत्नीक फरारी काट रहे थे। इधर, पुलिस की नजरों से बचते हुए उन्होंने ज्ञानपुर सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
गौरतलब है कि नौ सितंबर, 2024 को सपा विधायक के आवास पर घरेलू कार्य करने वाली नाबालिग किशोरी का शव फांसी के फंदे पर पाया गया था। इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो विधायक आवास पर एक और बालिका घरेलू नौकरानी के रूप में कार्य करते हुए मिली। छानबीन में यह तथ्य प्रकाश में आया कि विधायक द्वारा इन बच्चियों को किसी भी प्रकार की मजदूरी भी नहीं दी जाती है।
ऐसे में यह एक प्रकार से बंधुआ मजदूरी का भी मामला बनता है। फिलहाल, भदोही पुलिस ने दूसरी बालिका को मुक्त कराकर राजकीय बालगृह (बालिका), खुल्दाबाद, प्रयागराज भेजा। इसके पश्चात विधायक जाहिद जमाल बेग व उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ अलग-अलग तिथियों में दो केस दर्ज किया गए।
नौकरानी नाजिया की मौत के प्रकरण की जांच में विधायक पुत्र जईम उर्फ सैमी का भी रोल सामने आया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। विधायक के द्वारा कोर्ट में सरेंडर किए जाने को लेकर काफी गहागहमी देखने को मिली। सरेंडर के पश्चात अदालत ने जाहिद जमाल बेग को जेल भेजने का आदेश दिया। अदालत से निकलने के पश्चात पुुलिस विधायक का मेडिकल चेकअप कराने के लिए अस्पताल लेकर चली गई।
सपा विधायक के अधिवक्ता मजहर शकील ने कहा, पुलिस ने कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं के साथ ज्यादती की है। अधिवक्ताओं की बैठक के बाद इस मसले पर पुलिस से शिकायत की जाएगी।
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