अवध

Mission Chandrayaan-3: विक्रम लैंडर के दक्षिणी ध्रुव पर उतरते ही बजने लगीं तालियां

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). 23 अगस्त, 2023 का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा। इसरो के वैज्ञानिकों ने इतिहास रच दिया। दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है। इसरो और भारत को विश्वभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं। इसरो के चंद्रयान-3 मिशन को लेकर जनपद में भी खासा उत्साह देखने को मिला। जगह-जगह पूजा-अर्चना की गई।

संगम क्षेत्र में सैंड आर्ट के जरिए भारत की इस उपलब्धि का बखान किया गया। गांव-गिरांव में भी चंद्रयान-3 की सफलता का उत्साह देखने को मिला। वह व्यक्ति भी भारत की इस सफलता पर रोमांचित और प्रफुल्लित हुआ, जो साइंस की एबीसीडी भी नहीं जानता।

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शाम के छह बजे के बाद जैसे ही चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की घोषणा टीवी पर हुई, लोग खुशी के मारे उछल पड़े। नगर पंचायत शंकरगढ़ में स्थानीय लोगोंके द्वारा घरों केबाहर निकलकर तिरंगा लहराया गया तो दूसरी तरफ पटाखे फोड़कर मिठाई भी खिलाई गई। लोगों ने ट्वीट कर इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी देश को मिली इस ऐताहासिक उपलब्धि का हिस्सा बने।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी लोगों ने खुशी का इजहार किया। तो दूसरी तरफ परिषदीय विद्यालयों में भी बच्चों ने साफ्ट लैंडिंग का सजीव प्रसारण देख खुशी जाहिर की। संविलियन विद्यालय शंकरगढ़ समेत आसपास के सभी विद्यालयों में इस लैंडिंग का सजीव प्रसारण बच्चों को दिखाया गया। बीईओ राम अवतार ने बताया कि बच्चों को सजीव प्रसारण दिखाने के लिए शाम के वक्त विद्यालय खोला गया था। कार्यक्रम के समापन के उपरांतउजाला रहते बच्चों की सकुशल घर वापसी भी सुनिश्चित कराई गई।

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