पूर्वांचलराज्य

मिलावटखोरी पर करें तगड़ा प्रहार, फ्रेश फूड सेंटर को दें बढ़ावाः जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की समीक्षा की, अभियान चलाने का निर्देश

भदोही (संजय सिंह). खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के द्वारा कृत कार्यवाही की समीक्षा की गई। जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में जिलाधिकारी विशाल सिंह ने शारदीय नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, छठ पूजा के मद्देनजर विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया।

मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच, मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई के साथ-साथ लोगों को जागरुक करने का भी निर्देश दिया गया। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने कहा, किट्टू (कुट्टू), सिघड़ा, साबूदाना, दूध, देशी घी, खोवा (मावा), फल सहित खुले में बिकने वालीवस्तुओं की सघन जांच की जाए।

इसके अलावा खुले में बिकने वाली दाल, चायपत्ती, मसाले, पनीर की भी सैंपलिंग करें। दूध में यूरिया, डिटरजेंट, केमिकल आदि की मिलावट न होने पाए। जिलाधिकारी ने फार्म टू टेबल कांसेप्ट के तहत आर्गेनिक हर्बल फूड को बढ़ावा देने पर बल दिया। फ्रेश फूड व विजिटेबल केंद्र की स्थापना का निर्देश दिया, जहां किसान जैविक खेती कर अपने उत्पादों को बेच सके।

कान्वेंट स्कूलों को ईट राइट कैंपस बनाते हुए या ईट राइट मेला लगाकर बच्चों को पिज्जा, चाकलेट आदि के हानिकारक तत्वों से अवगत कराते हुए मिलेट्स (श्री अन्न जैसे ज्वार, बाजरा, कोदो, मक्का इत्यादि) के सेवन के लिए प्रोत्साहित करें। चाउमीन बनाने में प्रयुक्त प्रतिबंधित सामग्री मोनोसोडियम के हानिकारक दुष्प्रभाव के लिए लोगों को जागरक करने पर बल दिया।

एफएसएसएआई से करवाएं रजिस्ट्रेशन

ज्ञानपुर नगर पंचायत अध्यक्ष घनश्यामदास गुप्ता को जीआईसी बाउंड्री पर स्थापित वेंडर स्ट्रीट को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए दुकानदारों को प्रोत्साहित किए जाने पर बल दिया। जिलाधिकारी ने सहायक खाद्यय आयुक्त को निर्देशित किया कि जनपद के सभी रेस्टोरेंट व होटलों को जागरूक व प्रोत्साहित करें कि वे सभी एफएसएसएआई पंजीकृत हो, यह स्वयं में एक ब्रांड है।

21 मिलावटखोरों को जारी की गई आरसी

एफएसएसएआई युक्त रेस्टोरेंट व होटलों की तरफ उपभोक्ता आकर्षित होते हैं। सहायक आयुक्त ने जनपद में कुल एक्टिव लाइसेंस व पंजीकरण के साथ-साथ प्रवर्तन/अभियोजन की कार्यवाहियों से जिलाधिकारी को अवगत कराया। सर्विलांस नमूना के तहत पहली तिमाही में 136 व दूसरी तिमाही में भी 136 नमूनों को संग्रहित कर कार्यवाही की गई। 21 आरसी जारी करते हुए 4 लाख 70 हजार वसूली पर बल दिया गया।

अब तक 44 दवाओं के लिए गए नमूने

24 स्थानों पर खाद्यय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। उन्होंने बताया कि हाईजीन रेटिंग 51, ईट राइट कैम्पस तीन, फोस टैक ट्रेनिंग 30, फोर्टिफिकेशन 20, ईट राइट स्कूल पांच प्रक्रियागत है। ड्रग इंस्पेक्टर कुमार सौमित्र ने बताया कि 924 ड्रग लाइसेंस, पांच ब्लड बैक, 44 संग्रहित नमूना, अधोमानक रिपोर्ट तीन, कुल दायर वाद की संख्या-7 है।

मेडिकल स्टोर्स की नियमित करें जांच

जिलाधिकारी ने ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्र के मेडिकल स्टोरों पर औचक कार्यवाही करते हुए अधोमानक व एक्सपायरी दवाओं को विक्रय को प्रतिबंधित करना सुनिश्चित करें। बैठक में अपर जिलाधिकारी कुंवर वीरेंद्र मौर्य, जिला उद्यान अधिकारी ओमकार यादव, जिला खाद्यय विपणन अधिकारी देवेंद्र सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी सुनील कुमार मौजूद रहे।

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